Pashupatinath Temple : पशुपतिनाथ मंदिर A Divine Abode of Lord Shiva
Pashupatinath Temple, a UNESCO World Heritage Site, is a sacred shrine of Lord Shiva, renowned for its spiritual aura, Jyotirlinga, and majestic architecture.
Shiv Puja is a sacred ritual dedicated to Lord Shiva, embodying devotion, peace, and spiritual connection. Through offerings of water, milk, flowers, and incense, devotees seek blessings for health, prosperity, and inner strength. Regular Shiv Puja purifies the mind, calms negative energies, and brings stability into one’s life. This category covers everything you need to know about Shiv Puja, from rituals to benefits and mantras for a fulfilling spiritual practice.
मासिक शिवरात्रि – Monthly Shivratri
Pashupatinath Temple, a UNESCO World Heritage Site, is a sacred shrine of Lord Shiva, renowned for its spiritual aura, Jyotirlinga, and majestic architecture.
Om Jai Shiv Omkara Shiv Aarti fills the heart with devotion, honoring Lord S
hiva’s divine powers. This soulful Aarti brings peace, strength, and blessings to devotees.
Learn the significance of मासिक शिवरात्रि (Shivratri), along with the correct पूजा विधि and व्रत के नियम. Follow the rituals for spiritual growth and blessings
प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat), जिसे प्रदोषम भी कहा जाता है, भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र हिंदू उपवास है। यह व्रत व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और धन लाने के लिए माना जाता है, जिससे भक्त अपने जीवन की कठिनाइयों को पार करते हुए आध्यात्मिक प्रगति कर सकें। प्रदोष व्रत का दिन जो भगवान … Read more
सावन के सोमवार श्रावण का महीना, जिसे उत्तर भारत में सावन के नाम से जाना जाता है, हिंदू भक्तों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। यह शुभ अवधि, जो आमतौर पर जुलाई और अगस्त के बीच आती है, भगवान शिव, निर्माता, संरक्षक और विनाशक- हिंदू धर्म में पवित्र त्रिमूर्ति को समर्पित है। सावन … Read more
भगवान शिव के 1000 नाम क्या हैं? शिव सहस्त्रनाम संस्कृत में 1 2 3 4 स्थिराय स्थानवे प्रभाववे भीमाया प्रवरया वरदाय वरया सर्वात्मने सर्वविख्यातय सर्वसमायी सर्वकार्य भव्या जतीन चार्मिन शिकनवाइन सर्वज्ञ सर्वभावय हरैया हरिनाक्षय सर्वभूतहराय प्रभाववे प्रवित्तय निवृत्ताय नियति शाश्वताय ध्रुवय शमशानवासिने भगवते खेचराय अर्धनाय अविवाहय महाकर्मणे तपसीन भूतभवनाय उन्मत्तवेषापचनया सर्वलोकप्रजापाय महरूपाय महाकायय वृषरूपाय महायशसे … Read more